पराली(पैरा) जलाने से बचाने के लिए किसान भाइयों को करें जागरूक:- कलेक्टर वर्मा
कवर्धा/ 29 नवम्बर 2024: कबीरधाम जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने किसानों से अपील की है कि वे खेतों में पराली (पैरा) जलाने से बचें, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि यह गौवंश के लिए चारे की समस्या को भी बढ़ाता है। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि इस समस्या से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए और किसानों को इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाए।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि धान की कटाई के बाद खेतों में बड़ी मात्रा में पैरा बचता है। कई किसान इसे जलाकर नष्ट कर देते हैं, जिससे न केवल वायु प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि गौवंश के लिए चारे की उपलब्धता में भी कमी होती है। इस स्थिति से बचने के लिए किसानों को पैरा जलाने के बजाय सुरक्षित स्थानों पर एकत्रित करने की सलाह दी गई है, ताकि इसे गौवंश के लिए उपयोग किया जा सके और पर्यावरण में भी सुधार हो।
गौवंश के लिए चारे की व्यवस्था
कलेक्टर वर्मा ने बताया कि ग्रामीण परिवारों में गौवंश के लिए सालभर चारे की आवश्यकता होती है। यदि किसान अपने खेतों से निकले पैरा को जलाने के बजाय सुरक्षित स्थानों पर एकत्रित करते हैं, तो यह पैरा गौवंश के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। साथ ही, इससे पर्यावरण में भी सुधार होगा और पशुपालन में मदद मिलेगी। इस अभियान से न केवल गौवंश को चारे की समस्या का समाधान होगा, बल्कि पर्यावरण को होने वाले नुकसान को भी रोका जा सकेगा।
सरपंचों और सचिवों की भूमिका
सीईओ जिला पंचायत त्रिपाठी ने ग्राम पंचायतों के सरपंचों और सचिवों को इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे किसानों को जागरूक करें और उन्हें पराली जलाने से रोकने के लिए प्रेरित करें।
कलेक्टर के निर्देशों के परिपालन में सीईओ जिला पंचायत अजय कुमार त्रिपाठी ने सभी जनपद पंचायतों को पत्र जारी किया है, जिसमें उन्हें खेतों में पराली जलाने की रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में मुनादी करवाई जाए और किसानों को पराली जलाने के दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाए। उन्होंने जिले के सभी जनपद पंचायत सीईओ को पत्र जारी कर पर्यावरण संरक्षण और मृदा के क्षरण को रोकने के लिए किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए है।