कवर्धाछत्तीसगढ़

नए साल के पहले दिन चिल्फी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 34.320 किलो गांजा के साथ दो अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार

नए साल के पहले दिन चिल्फी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 34.320 किलो गांजा के साथ दो अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार

पुलिस की सतर्कता से नाकाम हुई तस्करों की हाई-टेक साजिश। गांजा छिपाने के लिए कार में बनाया था विशेष वेल्डेड चैंबर। 

जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त अभियान जारी। 

34 किलो गांजा समेत ₹11.90 लाख का माल जब्त।

कवर्धा/ गांजा की तस्करी के खिलाफ जिले में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत चिल्फी पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि उड़ीसा से राजस्थान गांजा की तस्करी के लिए दो लोग एक सफेद रंग की मारुति सुजुकी कार में यात्रा कर रहे हैं। इन तस्करों के पास भारी मात्रा में गांजा होने की सूचना थी, और ये गांजा उड़ीसा से राजस्थान की ओर ले जा रहे थे।

सूचना के आधार पर थाना चिल्फी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आबकारी चेक पोस्ट पर नाकाबंदी की। इस नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने वाहन को रोका और उसकी गहन तलाशी शुरू की। पुलिस की सावधानी और तत्परता के चलते तस्करों की एक हाई-टेक साजिश का पर्दाफाश हुआ।

मामले का विवरण

तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि कार की पिछली सीट के नीचे एक अत्यंत सटीक और खास डिजाइन किया हुआ सीक्रेट चैंबर छिपा हुआ था। यह चैंबर इस प्रकार वेल्डिंग किया गया था कि सामान्य जांच में इसका पता लगाना संभव नहीं था। चैंबर को इस तरह से डिजाइन किया गया था कि उसमें गांजा आसानी से छिपाया जा सके, और चैंबर का खुलासा करना बेहद कठिन था।

फिर भी, चिल्फी पुलिस की मुस्तैदी और विशेषज्ञता ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। कार के इस सीक्रेट चैंबर से 34.320 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत ₹6,70,000 है। इसके साथ ही पुलिस ने दो एंड्रॉयड मोबाइल और एक मारुति सुजुकी कार भी जब्त की, जिसकी कीमत ₹5,00,000 है।

गिरफ्तार आरोपी:

1. श्रवण कुमार बिसनोई (20 वर्ष), पिता – भजन लाल बिसनोई, निवासी ग्राम कोजा, थाना धोरीमना, जिला बाड़मेर, राजस्थान।  

2. रामचंद्र जाट (28 वर्ष), पिता – दुर्गा राम, निवासी ग्राम कालीमाली, थाना फलोदी, जिला फलोदी, राजस्थान।  

जब्त सामग्री:

 34.320 किलोग्राम गांजा (कीमत ₹6,70,000)

एक मारुति सुजुकी कार (कीमत ₹5,00,000)

दो एंड्रॉयड मोबाइल (कीमत ₹20,000)  

कुल कीमत: ₹11,90,000

पुलिस ने बताया कि तस्करों ने नशे के व्यापार को छुपाने के लिए अत्याधुनिक तरीके अपनाए थे। सीक्रेट चैंबर को कार के हिस्से के रूप में डिज़ाइन किया गया था और इसे स्थायी वेल्डिंग से बंद किया गया था। यह चैंबर इतना कुशलतापूर्वक तैयार किया गया था कि सामान्य जांच में इसका खुलासा करना असंभव था। लेकिन पुलिस की सतर्कता और विवेकपूर्ण कार्रवाई ने इस साजिश को बेनकाब कर दिया।

पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह (IPS) ने इस सफलता के लिए पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन हर तरह की अवैध गतिविधियों पर नजर रखे हुए है, और किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से तस्करी करने वालों को एक स्पष्ट संदेश मिलता है कि कानून से बचना अब असंभव है।

उन्होंने जनता से भी अपील की कि मादक पदार्थों से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत दें, ताकि इस तरह की साजिशों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके। पुलिस के प्रयासों से यह सिद्ध हुआ है कि तस्करी करने वाले चाहे जितनी भी चतुराई अपनाएं, कानून की आंखों से बचकर नहीं निकल सकते।

जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा, और पुलिस तस्करों के नेटवर्क को उजागर करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। जनता से अपील है कि वे इस अभियान में पुलिस का सहयोग करें और नशे के खिलाफ इस संघर्ष को मजबूत बनाएं।

Nohar Das Manikpuri

Founder/Editor

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